आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार
भारत में छद्दम धर्म-निरपेक्ष किसी न किसी बहाने नरेन्द्र मोदी विरोध कर जनता को गुमराह करने का कारण आतंकवादियों के कन्धे पर बैठ हिन्दू को बदनाम करने की जो मुहिम चला रखी है, का मुख्य कारण है, एक कश्मीर में आए-दिन आतंकवादियों को 72 हूरों के पास पहुँचाना और देश के अन्य भागों से किसी न किसी आतंकवादी को पकड़ने से इनकी साम्प्रदायिकता का पर्दाफाश होना। हिन्दू हित की बात करने वाले को साम्प्रदायिक, फिरकापरस्त और न जाने किन-किन नामों से अलंकृत कर वोट-बैंक को किसी भी प्रकार से बदनाम नहीं होने देते थे। जबकि आज इनके वोट बैंक से अधिक परेशान छद्दम धर्म-निरपेक्ष ही हैं।
इंडियन मुजाहिदीन-SIMI के आतंकी अब्दुल सुभान कुरैशी को गिरफ्तार कर गणतंत्र दिवस के ठीक पहले आतंकी हमले के मद्देनजर अलर्ट दिल्ली पुलिस को बड़ी सफलता मिली है लिया। गिरफ्तारी से पहले कुरैशी और पुलिस के बीच गोलीबारी भी हुई। पुलिस ने बताया कि वह 2008 में गुजरात के सीरियल ब्लास्ट का मास्टरमाइंड था और कई साल से नेपाल में रह रहा था।
कुरैशी साल 2008 में हुये गुजरात सीरियल ब्लास्ट का मास्टरमाइंड है. उसे भारत का बिन लादेऩ भी कहा जाता है.
गणतंत्र दिवस पर दिल्ली को दहलाने की थी साजिश
खुफिया एजेंसियों द्वारा जारी आतंकी हमले के अलर्ट के मद्देनजर दिल्ली पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. इसी बीच पुलिस को गुप्त सूचना मिली की गुजरात सीरियल ब्लास्ट का मास्टरमाइंड अब्दुल सुभान कुरैशी दिल्ली में मौजूद हैं और वह गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली को दहलाने की साजिश रच रहा है और इसे अंजाम देने के फिराक में है.
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने बताया है कि आतंकी अब्दुल को गाजीपुर से पकड़ा गया है. वह यूपी से दिल्ली किसी साथी से मिलने आया था. पुलिस को देखते ही उसने फायरिंग शुरू कर दी. मुठभेड़ के बाद उसे पकड़ लिया गया. उसके पास से एक पिस्टल और कारतूस मिले हैं. उसे 14 दिनों की पुलिस हिरासत में लिया गया है. अब्दुल सुभान कुरैशी को तौकीर/कैब/जाकिर/कासिम इन नामों से उसके साथी बुलाते हैं. इसके पिता का नाम हाजी उस्मान कुरैशी, जबकि माता का नाम जुबैदा बेगम कुरैशी है. मुख्यरूप से वह यूपी के रामपुर का रहने वाला है. मुंबई में भी उसने समय बिताये हैं. इसके सिर पर चार लाख का ईनाम भी रखा गया था.
पेश से हैं इंजीनियर, बम बनाने में महारत हासिल
भारत के बिन लादेन के नाम से कुख्यात आतंकी अब्दुल कुरैशी उर्फ तौकीर पेशे से इंजीनियर है. इसे बम बनाने में महारत हासिल हैं. सुरक्षा एजेंसियों को 11 जुलाई 2006 में मुंबई में हुए ट्रेन ब्लास्ट में भी इसकी तलाश थी. इसके अलावा दिल्ली, बैगलुरु और अहमदाबाद में हुये ब्लास्ट में भी इसका हाथ है. इंडियन मुजाहिदीन का ऑनलाइन काम भी वही करता है.
सिमी के प्रेंस कांफ्रेस में गया था देखा
21 अगस्त 2001 को नागौरी के साथ मुंबई में समी की एक प्रेस कांफ्रेंस में इसे देखा गया था. एनआईए के मोस्ट वांटेड लिस्ट में इसका नाम शामिल है. उसके माता-पिता मूल रूप से यूपी के रहने वाले हैं. फिलहाल वे मुंबई में जाकर बस गये हैं. लंबे समय के इंतजार के बाद इसे गिरफ्तार किया गया है.
तीन आतंकी छिपे हुये हैं जामा मस्जिद इलाके में
मालूम हो कि गणतंत्र दिवस के मद्देनजर राजधानी दिल्ली में बड़े आतंकवादी हमले की साजिश का पता चला है. सुरक्षा एजेंसियों को इनपुट मिला है कि आतंकी वारदात को अंजाम देने की मंशा से तीन आतंकवादी जामा मस्जिद इलाके में छिपे हुये है. इंटेलिजेंस इनपुट में दिल्ली पुलिस को 26 जनवरी की सुरक्षा को लेकर आगाह किया गया है. गौरतलब है कि 26 जुलाई 2008 को गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में 19 सीरियल ब्लास्ट हुये थे. इसमें 56 लोग मारे गये थे और 238 से अधिक घायल हो गये थे. अब्दुल कुरैशी इस ब्लास्ट का मास्टरमाइंड माना जाता है.
नेपाल में रह रहा था
- "पिछले कई सालों से फर्जी डॉक्युमेंट्स पर नेपाल में रह रहा था। 2 साल पहले नेपाल के रास्ते सऊदी अरब गया था।''
- "जब उसे लगा कि सिमी-इंडियन मुजाहिदीन की लीडरशिप खत्म हो चुकी है तो वह संगठन को रिवाइव करने आया था। हालांकि अभी दिल्ली में हमले की साजिश नहीं थी।''
- "कुरैशी के पास से 9 एमएम की पिस्टल और कुछ कारतूस मिले हैं। कुछ फेक डॉक्यूमेंट्स बरामद किए गए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।''
- "जब उसे लगा कि सिमी-इंडियन मुजाहिदीन की लीडरशिप खत्म हो चुकी है तो वह संगठन को रिवाइव करने आया था। हालांकि अभी दिल्ली में हमले की साजिश नहीं थी।''
- "कुरैशी के पास से 9 एमएम की पिस्टल और कुछ कारतूस मिले हैं। कुछ फेक डॉक्यूमेंट्स बरामद किए गए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।''
दुनिया के टॉप बॉम्बर में शुमार किया जाता था
- कुरैशी को दुनिया के टॉप बॉम्बर्स में शुमार किया जाता था। उसे भारत के ओसामा बिन लादेन नाम से भी जाना जाता था।
- माना जाता है कि कुरैशी का 2006 में मुंबई ट्रेन धमाके में भी हाथ था।
- कुरैशी सिमी का टॉप कमांडर था। उसने अन्य आतंकियों की मदद से इंडियन मुजाहिदीन लॉन्च किया था।
- दिल्ली, गुजरात और महाराष्ट्र की पुलिस उसकी कई आतंकी गतिविधियों के सिलसिले में जांच कर रही थीं।
- माना जाता है कि कुरैशी का 2006 में मुंबई ट्रेन धमाके में भी हाथ था।
- कुरैशी सिमी का टॉप कमांडर था। उसने अन्य आतंकियों की मदद से इंडियन मुजाहिदीन लॉन्च किया था।
- दिल्ली, गुजरात और महाराष्ट्र की पुलिस उसकी कई आतंकी गतिविधियों के सिलसिले में जांच कर रही थीं।
गुजरात में हुए थे 21 सीरियल ब्लास्ट
- 26 जुलाई, 2008 को अहमदाबाद में 70 मिनट में 21 बम ब्लास्ट हुए थे। इसमें 56 लोग मारे गए थे और 200 जख्मी हुए थे।
- वहीं 11 जुलाई, 2006 को मुंबई के एक उपनगरीय इलाके में ट्रेन में हुए धमाके में 200 लोग मारे गए और 700 घायल हुए थे।
- वहीं 11 जुलाई, 2006 को मुंबई के एक उपनगरीय इलाके में ट्रेन में हुए धमाके में 200 लोग मारे गए और 700 घायल हुए थे।
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