आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार
कांग्रेस के 84वें महाधिवेशन के बाद पार्टी में बदलाव नजर आने लगे हैं। मार्च 21 को यूपी कांग्रेस अध्यक्ष पद से राज बब्बर ने इस्तीफा दे दिया। वे इस्तीफा मंजूर होने तक कामकाज देखते रहेंगे। कांग्रेस में दो दिनों में यह तीसरा इस्तीफा है, इससे पहले गुजरात और गोवा के प्रदेश अध्यक्षों ने भी पद छोड़ चुके हैं। हालांकि, पार्टी की ओर से तीनों इस्तीफों को लेकर आधिकारिक तौर पर कोई एलान नहीं किया गया है। राहुल गांधी ने महाधिवेशन में कांग्रेस अंदर युवाओं को मौका दिए जाने की बात कही थी। बता दें कि बब्बर लंबे वक्त तक समाजवादी पार्टी में रहने के बाद कांग्रेस में आए थे।
राज बब्बर ने क्यों पद छोड़ा?
न्यूज एजेंसी ने कांग्रेस सूत्रों के हवाले से बताया कि राज बब्बर ने अपना इस्तीफा पार्टी हाईकमान को भेज दिया। यूपी उपचुनाव में गोरखपुर और फूलपुर में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद खराब था। इसलिए कार्यकर्ताओं में बब्बर के खिलाफ नाराजगी दिखाई दे रही थी।
इस्तीफे पर राज बब्बर ने कहा, ''कांग्रेस ने नई व्यवस्था की शुरुआत हो गई है। 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी अध्यक्ष जो भी जिम्मेदारी देंगे उसके लिए पूरी तरह से तैयार हूं।'' यूपी उपचुनाव में हार के दवाब में इस्तीफे के सवाल पर कहा, ''जो बात आपसे कही है, वही पार्टी अध्यक्ष से बोलूंगा। ऐसी चीजें पहले भी हो रही हैं और आगे भी होंगी।''
राहुल गांधी ने दिए थे बदलाव के संकेत
बता दें कि नई दिल्ली में दो चले कांग्रेस महाअधिवेशन के समापन भाषण में राहुल गांधी ने संगठन में बदलाव के संकेत दिए थे. उन्होंने कहा था कि हमारे जमीनी कार्यकर्ता और नेताओं के बीच एक दीवार खड़ी है, जिसे अब गिराना होगा. उन्होंने साफ कहा कि आने वाले चुनावों में जमीनी कार्यकर्ता को टिकट दिया जाएगा, पैराशूट नेता को नहीं. उन्होंने कहा था कि संगठन में बड़े बदलाव किए जाएंगे.
2016 में बनाए गए थे प्रदेश अध्यक्ष
जुलाई में राज बब्बर को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था. उनके साथ प्रदेश इकाई में चार वरिष्ठ उपाध्यक्ष भी बनाए जिनमें इमरान मसूद शामिल थे. तीन बार लोकसभा सदस्य रहे बब्बर उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य हैं. वह पहले भी राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं. यूपी चुनावों को देखते हुए राज बब्बर को उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था. उन्होंने इस हार के लिए खुद को जिम्मेदार मानते हुए इस्तीफे की पेशकश की थी.
'ब्राह्मण चेहरे' को मिल सकती है जगह
सूत्रों के मुताबिक, यूपी कांग्रेस का नया प्रदेश अध्यक्ष कोई 'ब्राह्मण चेहरा' होगा। इसके लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद, पूर्व सांसद राजेश मिश्र और पूर्व विधायक ललितेशपति त्रिपाठी का नाम चर्चा में है। यह भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस यूपी में एक अध्यक्ष और चार उपाध्यक्षों की तैनाती करेगी।
गुजरात अध्यक्ष के बारे में भी उड़ी थी खबर
कल सोमवार को गुजरात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी के बारे मे भी मीडिया में इस्तीफे की खबरें चलती रहीं, लेकिन देर शाम खुद सोलंकी ने इस खबरों को आधारहीन बताते हुए इस्तीफे की बात को कोरी अफवाह बताया था. सोमवार को सोलंकी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिले थे. मुलाकात के बाद ही चर्चा चल निकली कि राज्यसभा का टिकट नहीं दिए जाने से नाराज होकर सोलंकी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
गोवा के अध्यक्ष ने राहुल की तारीफ कर इस्तीफा दिया
इसके पहले गोवा कांग्रेस अध्यक्ष शांताराम नाइक (71) ने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा, ''मैं पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की उस बात से सहमत हूं। चाहता हूं कि अब हम युवाओं के लिए रास्ता बनाएं।''
राहुल गांधी ने कांग्रेस के हालिया अधिवेशन में कहा था- ''कांग्रेस को बदलना होगा। युवाओं में शक्ति है, उनके और हमारे नेताओं के बीच एक दीवार है। मेरा पहला काम इसे तोड़ना है। हम सीनियर नेताओं का सम्मान रखते हुए इसे तोड़ेंगे। बस आपको चुनाव तक 6-7 महीने बिना झगड़े के एक रहना है। हम दिखाएंगे कि कैसे चुनाव लड़ा जाता है। मैं सरदार पटेल, नेहरू, आजाद, जगजीवन राम के दौर की कांग्रेस देखना चाहता हूं।''
कांग्रेस के 84वें महाधिवेशन के बाद पार्टी में बदलाव नजर आने लगे हैं। मार्च 21 को यूपी कांग्रेस अध्यक्ष पद से राज बब्बर ने इस्तीफा दे दिया। वे इस्तीफा मंजूर होने तक कामकाज देखते रहेंगे। कांग्रेस में दो दिनों में यह तीसरा इस्तीफा है, इससे पहले गुजरात और गोवा के प्रदेश अध्यक्षों ने भी पद छोड़ चुके हैं। हालांकि, पार्टी की ओर से तीनों इस्तीफों को लेकर आधिकारिक तौर पर कोई एलान नहीं किया गया है। राहुल गांधी ने महाधिवेशन में कांग्रेस अंदर युवाओं को मौका दिए जाने की बात कही थी। बता दें कि बब्बर लंबे वक्त तक समाजवादी पार्टी में रहने के बाद कांग्रेस में आए थे।
राज बब्बर ने क्यों पद छोड़ा?
न्यूज एजेंसी ने कांग्रेस सूत्रों के हवाले से बताया कि राज बब्बर ने अपना इस्तीफा पार्टी हाईकमान को भेज दिया। यूपी उपचुनाव में गोरखपुर और फूलपुर में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद खराब था। इसलिए कार्यकर्ताओं में बब्बर के खिलाफ नाराजगी दिखाई दे रही थी।
इस्तीफे पर राज बब्बर ने कहा, ''कांग्रेस ने नई व्यवस्था की शुरुआत हो गई है। 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी अध्यक्ष जो भी जिम्मेदारी देंगे उसके लिए पूरी तरह से तैयार हूं।'' यूपी उपचुनाव में हार के दवाब में इस्तीफे के सवाल पर कहा, ''जो बात आपसे कही है, वही पार्टी अध्यक्ष से बोलूंगा। ऐसी चीजें पहले भी हो रही हैं और आगे भी होंगी।''
राहुल गांधी ने दिए थे बदलाव के संकेत
बता दें कि नई दिल्ली में दो चले कांग्रेस महाअधिवेशन के समापन भाषण में राहुल गांधी ने संगठन में बदलाव के संकेत दिए थे. उन्होंने कहा था कि हमारे जमीनी कार्यकर्ता और नेताओं के बीच एक दीवार खड़ी है, जिसे अब गिराना होगा. उन्होंने साफ कहा कि आने वाले चुनावों में जमीनी कार्यकर्ता को टिकट दिया जाएगा, पैराशूट नेता को नहीं. उन्होंने कहा था कि संगठन में बड़े बदलाव किए जाएंगे.
2016 में बनाए गए थे प्रदेश अध्यक्ष
जुलाई में राज बब्बर को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था. उनके साथ प्रदेश इकाई में चार वरिष्ठ उपाध्यक्ष भी बनाए जिनमें इमरान मसूद शामिल थे. तीन बार लोकसभा सदस्य रहे बब्बर उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य हैं. वह पहले भी राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं. यूपी चुनावों को देखते हुए राज बब्बर को उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था. उन्होंने इस हार के लिए खुद को जिम्मेदार मानते हुए इस्तीफे की पेशकश की थी.
'ब्राह्मण चेहरे' को मिल सकती है जगह
सूत्रों के मुताबिक, यूपी कांग्रेस का नया प्रदेश अध्यक्ष कोई 'ब्राह्मण चेहरा' होगा। इसके लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद, पूर्व सांसद राजेश मिश्र और पूर्व विधायक ललितेशपति त्रिपाठी का नाम चर्चा में है। यह भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस यूपी में एक अध्यक्ष और चार उपाध्यक्षों की तैनाती करेगी।
गुजरात अध्यक्ष के बारे में भी उड़ी थी खबर
कल सोमवार को गुजरात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी के बारे मे भी मीडिया में इस्तीफे की खबरें चलती रहीं, लेकिन देर शाम खुद सोलंकी ने इस खबरों को आधारहीन बताते हुए इस्तीफे की बात को कोरी अफवाह बताया था. सोमवार को सोलंकी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिले थे. मुलाकात के बाद ही चर्चा चल निकली कि राज्यसभा का टिकट नहीं दिए जाने से नाराज होकर सोलंकी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
गोवा के अध्यक्ष ने राहुल की तारीफ कर इस्तीफा दिया
इसके पहले गोवा कांग्रेस अध्यक्ष शांताराम नाइक (71) ने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा, ''मैं पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की उस बात से सहमत हूं। चाहता हूं कि अब हम युवाओं के लिए रास्ता बनाएं।''
राहुल गांधी ने कांग्रेस के हालिया अधिवेशन में कहा था- ''कांग्रेस को बदलना होगा। युवाओं में शक्ति है, उनके और हमारे नेताओं के बीच एक दीवार है। मेरा पहला काम इसे तोड़ना है। हम सीनियर नेताओं का सम्मान रखते हुए इसे तोड़ेंगे। बस आपको चुनाव तक 6-7 महीने बिना झगड़े के एक रहना है। हम दिखाएंगे कि कैसे चुनाव लड़ा जाता है। मैं सरदार पटेल, नेहरू, आजाद, जगजीवन राम के दौर की कांग्रेस देखना चाहता हूं।''
Comments