विभाजन से वोट प्राप्त करने के कांग्रेसी मंसूबे नहीं होंगे पूरे
नई दिल्ली। मार्च 20, 2018. अल्पसंख्यक वाद देश के लिए घातक है. लिंगायत समुदाय को बृहद हिन्दू समाज से अलग करने के कर्नाटक काँग्रेस के निर्णय को विश्व हिन्दू परिषद ने चुनाव पूर्व विभाजन से वोट प्राप्त करने के षडयंत्र की संज्ञा देते हुए अल्पसंख्यकवाद को देश विरोधी कृत्य बताया है। विहिप के अंतर्राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ सुरेंद्र जैन ने आज यहाँ कहा कि हम सभी को समान अधिकार के पक्षधर हैं। भारत में कोई अल्पसंख्यक-बहुसंख्यक नहीं. बल्कि सभी केवल भारत माता की संतानें हैं।
विहिप संयुक्त महामंत्री ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस द्वारा चुनाव की पूर्व संध्या पर लिंगायत को अलग करने के निर्णय के पीछे भी वही विभाजन से वोट प्राप्त करने की उसकी पुरानी षड्यंत्रकारी मानसिकता है। पिछले आम चुनाव से पूर्व भी उसने जैन समाज को अलग करने का प्रयास किया और कैबिनेट निर्णय से पूर्व राहुल गांघी ने इसकी घोषणा कर दी थी किन्तु, उसे मुंह की खानी पड़ी। अब भी खाएँगे।
विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री विनोद बंसल द्वारा जारी इस बयान में डा जैन ने कहा कि अल्पसंख्यक वाद संविधान विरोधी तो है ही, सर्वोच्च न्यायालय भी अनेक बार इस सम्वन्ध में आगाह कर चुका है। पिछली बार तो देश से अल्पसंख्यकवाद के खात्मे के लिए उसने यह जिम्मेदारी स्वयं अल्पसंख्यक आयोग को सौंपी थी। परन्तु उसके विपरीत,अल्पसंख्यक आयोग तो इस मामले में चुप है ही, राहुल काँग्रेस कर्नाटक में चुनावों कि आड़ में देश के एक और विभाजन का सपना देख रही है। विहिप का स्पष्ट मत है कि जो अधिकार अल्पसंख्यकों के हैं वे बहुसंख्यकों को भी मिलने ही चाहिए।
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