चार राज्यों कर्नाटक, तेलंगाना, झारखंड और छत्तीसगढ़ की 10 राज्यसभा सीटों के लिये 23 मार्च को होने वाला चुनाव भी कम दिलचस्प नही होगा. चौंकाने वाले परिणाम आ सकते हैं इन राज्यों से भी. इसके अलावा केरल की एक सीट पर उप चुनाव होगा जहां जदयू(शरद यादव गुट) के एम वीरेंद्र कुमार वाम दल समर्थित प्रत्याशी हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस के बाबू प्रसाद से होगा. गौरतलब है कि नीतीश कुमार द्वारा बीजेपी से हाथ मिलाने के बाद वीरेंद्र कुमार ने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि इनकी जीत के प्रति अभी तक कोई दो राय नहीं है.
कर्नाटक सीट 4 उम्मीदवार 5
कर्नाटक में चार सीटें हैं जबकि पांच प्रत्याशी मैदान में हैं. सत्तारूढ़ कांग्रेस ने तीन और बीजेपी व जेडीएस ने एक-एक प्रत्याशी खड़ा किया है. कांग्रेस के एल हनुमनथैया, जीसी चंद्रशेखर और सैयद नासिर हुसैन, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राजीव चंद्रशेखर और जनता दल-सेक्युलर (जेडीएस) के उम्मीदवार बीएम फारूक. 51 वर्षीय फारूक सबसे अमीर प्रत्याशी हैं, इन्होंने अपने हलफनामे में 770 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है. बीजेपी के 53 वर्षीय राजीव चंद्रशेखर दूसरे सबसे अमीर उम्मीदवार हैं. उन्होंने अपने हलफनामे में करीब 50 करोड़ रुपये की संपत्ति की जानकारी दी है. दो धनी उम्मीदवारों के होने से कांग्रेस की तीसरी सीट का गणित गड़बड़ा भी सकता है.
तेलंगाना सीट 3 उम्मीदवार 4
तेलंगाना की तीन सीटों पर चार प्रत्याशी भाग्य आजमा रहे हैं. सत्तारूढ़ टीआरएस ने तीन व कांग्रेस ने एक प्रत्याशी खड़ा किया है.टीआरएस ने जोगिनापल्ली संतोष कुमार, बांदा प्रकाश मुदीराज और बादुगुला लिंगैया यादव को उम्मीदवार बनाया है. जोगिनापल्ली संतोष कुमार मुख्यमंत्री के भतीजे हैं. जबकि कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पी बालाराम नाईक को उम्मीदवार बनाया है. टीआरएस के पास 90 विधायक हैं, जिसमें अन्य पार्टियों से आए नेता भी शामिल हैं. मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) के पास सात विधायक हैं और उसने भी राज्यसभा चुनाव में टीआरएस को समर्थन देने की घोषणा कर दी है. ऐसे में टीआरएस तीनों सीटों पर जीत को लेकर आश्वस्त है. जबकि दूसरी तरफ कांग्रेस के पास केवल 13 विधायक हैं.
झारखंड सीट 2 उम्मीदवार 3
झारखंड में दो सीटों के लिए तीन प्रत्याशी मैदान में हैं. सत्तारूढ़ बीजेपी ने दो उम्मीदवार समीर उरांव और प्रदीप संथालिया तथा कांग्रेस ने धीरज साहु को मैदान में उतारा है. हालांकि कांग्रेस विधायक निर्मला देवी झारखंड से दरबदर हैं. इसके अलावा तीन विधायक जेल में बंद हैं. झारखंड पार्टी के एनोस एक्का और बीजेपी के संजीव सिंह और साधुचरण महतो. इन चारों विधायकों को कोर्ट से अनुमति लेकर वोटिंग के लिए विधानसभा पहुंचना होगा. अब तक सिर्फ एनोस एक्का ने रांची और सिमडेगा कोर्ट से परमिशन लिया है. सुप्रीम कोर्ट ने निर्मला देवी के झारखंड प्रवेश पर रोक लगा रखी है. उन्हें अपने पति पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव के साथ भोपाल में रहने का आदेश दिया गया है.
छत्तीसगढ़ सीट 1 उम्मीदवार 2
छत्तीसगढ़ की एकमात्र सीट के लिए बीजेपी ने पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव सरोज पांडेय और कांग्रेस ने पूर्व विधायक लेखराम साहू को अपना उम्मीदवार बनाया है. हालांकि विधायकों की संख्याबल को देखते हुए बीजेपी का पलड़ा भारी नजर आ रहा है लेकिन राजनीतिक घमासान में कोई कमी नही है. कांग्रेस ने बीजेपी प्रत्याशी सरोज पांडेय के प्रस्तावक बने संसदीय सचिवों का विधायक पद और सरोज पांडेय का नामांकन रद्द करने की मांग निर्वाचन आयोग से की. कांग्रेस का कहना है कि दरअसल छत्तीसगढ़ हाइकोर्ट में संसदीय सचिवों के मामले में फैसला अभी सुरक्षित है, फैसला कभी भी आ सकता है. ऐसे में सचिवों का प्रस्तावक बनना गलत है. दूसरी तरफ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि दरअसल जब-जब इस तरह के मतदान की स्थिति बनी है, बीजेपी को अतिरिक्त वोट मिले हैं. 23 मार्च को होने वाले मतदान में भी बीजेपी को अतिरिक्त वोट मिलेंगें.
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