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Showing posts from May, 2018

चुनाव 2019: पश्चिम बंगाल में भाजपा अपनी जमीन बनाने में जुटी

भाजपा ने पश्चिम बंगाल लोकसभा चुनाव के लिए एजेंडा जारी किया है-‘ इबार बांग्ला’ (इस बार बंगाल)। वह इस मनोभाव में यूं ही नहीं आई। ममता के खिलाफ भाजपा और संघ लगभग वही तरीके आजमा रहे हैं, जिन तरीकों से कभी ममता ने कामरेडों की सरकार को हटाने की जमीन मजबूत की। वह यहां लगातार फैलती, मजबूत होती जा रही है। ममता ने दुर्गापूजा को अपना जनाधार बढ़ाने और कम्युनिस्टों के खिलाफ माहौल बनाने का माध्यम बनाया था। ‘नो रिफ्यूजल’ में छुपा तृणमूल कांग्रेस का मिजाज कोलकाता शहर में किराए की सभी टैक्सियों पर ‘नो रिफ्यूजल’ लिखा है। यानी, इनकार नहीं। जो कहा, करो। इसे ममता बनर्जी सरकार ने लिखवाया है। बेशक, यह यात्रियों की सुविधा के लिए है, लेकिन यह सरकार और तृणमूल कांग्रेस के पूरे मिजाज की भी उतनी ही गवाही है कि उसे इनकार या नाफरमानी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं। उसने स्थानीय निकाय चुनाव में खुलकर दिखाया भी कि कैसे लोगों से अपनी बात मनवाई जाती हैै। हालांकि, उसके एकछत्र राज में ऐसे कई सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या तृणमूल कांग्रेस और भाजपा में अंदरूनी समझौता है? तृणमूल कांग्रेस और भाजपा में अंदरूनी समझौते के पीछे के तर्क क

गुजरात में ये क्या पढ़ रहे हैं बच्‍चे? रावण ने नहीं, राम ने किया था सीता का अपहरण!

आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार  हम बचपन से ही कहानियों में सुनते और किताबों में पढ़ते आ रहे हैं कि सीता का अपहरण रावण ने किया था और यही वजह है कि यह पूछे जाने पर कि सीता का अपहरण किसने किया था, कोई बच्‍चा भी रावण का नाम लेता है। लेकिन गुजरात में बच्‍चे कुछ और ही पढ़ रहे हैं। वे पढ़ रहे हैं कि सीता का अपहरण रावण ने नहीं, राम ने किया था। मजे की बात यह है कि गुजरात में कई वर्षों से गुजरात में उस पार्टी यानि भाजपा का राज है, जो कहते हैं "कसम राम की खाते हैं, मन्दिर वहीँ बनाएंगे", लेकिन सत्ता के नशे में चूर भाजपा को इतना भी होश नहीं, कि राम के बारे में कितनी गलत जानकारी छात्रों को दी जा रही है? कांग्रेस पर तो सभी आरोप लगाते हैं कि हिन्दुओं को बदनाम किया, लेकिन कांग्रेस पर आरोप लगाने वाले ही जब हिन्दू धर्म को बदनाम करे, फिर किसे दोष दें?  यह हैरान करने वाला पाठ गुजरात बोर्ड की 12वीं की संस्‍कृत की किताब में पढ़ाया जा रहा है। 'इंट्रोडक्शन टू संस्‍कृत लैंग्‍वेज' नामक इस किताब के 106 नंबर पेज पर इसका जिक्र है। इसमें लिखे पैराग्राफ के मुताबिक, 'कवि ने अपनी मौलिक सोच क

मोदी सरकार के 4 साल: धुल गया 'हिंदू आतंकवाद' का बदनुमा दाग

आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार  आतंकी मामलों में NIA को देश की टॉप एजेंसी माना जाता है, और हिंदू आतंकवाद जैसे मामलों के कारण भी एजेंसी की साख पर सवाल उठने लगे थे, पर अब वो सब मोदी राज में धुल गए हैं। पिछले 4 सालों में जिस तरह से इस एजेंसी ने कई मामलों में नाकामयाबी की इबारत लिखी, उससे इसकी साख कमजोर हो गई। एक के बाद एक कई अहम मामलों में NIA विफल होती रही और कई दागी कमजोर जांच की वजह से छूटते रहे. ऐसे में एजेंसी के काम पर सवाल उठना भी लाजमी है। NIA पर सवाल इसलिए भी उठे, क्योंकि जिन बड़े मामलों में वो विफल रही उनमें से सभी ऐसे केस थे जिनके आधार पर कांग्रेस सरकार ने हिंदू आतंकवाद का जुमला उछाला था।  ज्ञात हो कि NIA का गठन भी 2009 में कांग्रेस सरकार ने ही किया था। 18 मई 2007 की दोपहर करीब 1 बजे मक्का मस्जिद में जोरदार धमाका हुआ, जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई  जबकि 58 लोग घायल हो गए थे. इस घटना के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए हवाई फायरिंग भी की, जिसमें पांच और लोग मारे गए। यह मामला सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया था लेकिन फिर यह मामला NIA के पास चला गया।  जांच चलती र

क्या राजदीप सरदेसाई को पता है 2019 में कौन जीतेगा?

गैर-भाजपाई लाख उपचुनावों में हुए गठबन्धन को भाजपा के लिए चुनौती खड़ी कर जनता को मोदी लहर बेअसर दिखाने का प्रयास कर रहे हों, लेकिन वास्तविकता इसके बिल्कुल विपरीत है। कर्नाटक का प्रमाण सबके सामने है। भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए जिस कांग्रेस और जेडीएस ने रात को सुप्रीम कोर्ट के दरवाज़े खटखटा कर, भाजपा को सत्ता से दूर करने में सफलता जरूर मिल गयी, लेकिन सरकार का गठन करने में अभी तक असफल ही हैं। क्या इसी तरह गठबन्धन चलेगा? जब एक राज्य में ये हाल है, केन्द्र में क्या होगा, भगवान बचाये ऐसे अवसरवादियों से।  केन्द्र में सत्ता परिवर्तन से कुछ मीडिया तो अपने आपको परिवर्तित करने में सफल हो गए, लेकिन सत्ता परिवर्तन उपरान्त भी कुछ पत्रकार केवल परिवार के इशारे पर चलते रहे। परन्तु आज उनमें भी आते बदलाव को देख आभास होता है कि अब हवा का रुख बदलना शुरू हो चूका है। मोदी के विदेशी दौरे के दौरान जो पत्रकार विदेशी धरती पर जनता के बीच गोधरा मुद्दा उछालने पर अपमानित हुआ हो, और अब वही मोदी के नाम की माला जपे, प्रमाणित करता है कि उपचुनावों में हो रहे गठबन्धन जनता को भ्रमित कर कुछ दिन फूलों की सेज़ पर आराम

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shannomagan
To write on general topics and specially on films;THE BLOGS ARE DEDICATED TO MY PARENTS:SHRI M.B.L.NIGAM(January 7,1917-March 17,2005) and SMT.SHANNO DEVI NIGAM(November 23,1922-January24,1983)